श्री राजीव दीक्षित कहते है इन ६० सालो में नेताओ ने
जो कला धन लूट के विदेशो में जमा किया है इसको वापस लाकर
इससे विकास करना है देश का | इसको वापस लाने के चार रास्ते
है :
१. पहला रास्ता है जिन बांको में ये धन जमा है उन बांको में ये धन
निजी संपत्ति के रूप में जमा है अगर हम इस धन को रास्ट्रीय
संपत्ति घोषित करा सके तोह ये धन किसी भी बैंक में
जमा नही हो सकता ये वापस भारत में
चला आयेगा किउंकि अंतरास्ट्रीय बैंकिंग व्यवस्था का एक नियम
है के किसी भी देश की रास्ट्रीय संपत्ति उसी देश में जमा होती है
वो जिस देश की होती है |